tag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post7312935963599377009..comments2023-11-05T13:11:57.856+05:30Comments on स्वप्नलोक: फुरसतिया ब्राण्ड टाइमपासविवेक सिंहhttp://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-81375386748371105732008-11-15T13:53:00.000+05:302008-11-15T13:53:00.000+05:30ज़ाहिर है-:)ज़ाहिर है-:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-20393968460999207632008-11-15T10:38:00.000+05:302008-11-15T10:38:00.000+05:30इतना धैर्य धरने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आप...इतना धैर्य धरने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी का शुक्रिया . पर मुझे ये उम्मीद नहीं थी कि कोई नहीं हडकाएगा . बेनामी जी से तो बिल्कुल भी नहीं थी . हडकाई खाने के लिए क्या इससे भी खराब लिखना पडेगा ? :)विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-14887006851939766012008-11-14T21:25:00.000+05:302008-11-14T21:25:00.000+05:30इतना धैर्य धरा है तो बस और जरा सा धरलें ।अच्छी बुर...इतना धैर्य धरा है तो बस और जरा सा धरलें ।<BR/>अच्छी बुरी जिस तरह भी हो एक टिप्पणी करदें ॥<BR/>भाई तो फ़िर लो हमारी ये टिप्पणी | बहुत अच्छा लिखा है पढ़कर मजा आ गया |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-88537607752184700292008-11-14T19:25:00.000+05:302008-11-14T19:25:00.000+05:30फुरसतिया ब्रांड लंबा हो गया ....आख़िर में मिश्रा ज...फुरसतिया ब्रांड लंबा हो गया ....आख़िर में मिश्रा जी ने भी ठेल दिया ....सही हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-51127949627573591092008-11-14T17:09:00.000+05:302008-11-14T17:09:00.000+05:30soch raha tha fursatiya brand kaise hai? scroll ki...soch raha tha fursatiya brand kaise hai? <BR/><BR/>scroll kiya to pata chal gaya..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-72480250954668378432008-11-14T17:07:00.000+05:302008-11-14T17:07:00.000+05:30चेला निकला गुरु, गुरु ये दुनिया को बतलायेनीतिवान द...चेला निकला गुरु, गुरु ये दुनिया को बतलाये<BR/>नीतिवान दोहों को पढ़कर मन ही मन मुस्काये <BR/><BR/>मन की ये मुस्कान फूटकर है मुखड़े पर आई <BR/>गुरु बैठकर गुड खाए और चेला खूब मलाई<BR/><BR/>खूब मलाई खाकर चेला सुंदर दोहे रचता <BR/>गुरु अगर रचना भी चाहे कोई विषय न बचताShivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-49524880261612806292008-11-14T15:05:00.000+05:302008-11-14T15:05:00.000+05:30भाई, विवेक जी, तुमने तो मजा ठा दिया, स्टेप बाई स्ट...भाई, विवेक जी, तुमने तो मजा ठा दिया, स्टेप बाई स्टेप। इतनी लम्बी कविता पढने में उत्सुकता बनी रही.नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-41228003171598474082008-11-14T13:23:00.000+05:302008-11-14T13:23:00.000+05:30काला अक्षर भैंस बराबर,तो क्या हड़काएँब्लाग आपका पढ़...काला अक्षर भैंस बराबर,तो क्या हड़काएँ<BR/>ब्लाग आपका पढ़-पढ़क्र,बस हम मुस्काए!चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-30458225637218248072008-11-14T11:59:00.000+05:302008-11-14T11:59:00.000+05:30कहाँ से कहाँ तक बक गए आप ! बकते-बकते बड़ा अच्छा भटक...कहाँ से कहाँ तक बक गए आप ! बकते-बकते बड़ा अच्छा भटकते हैं :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-85652634258356789572008-11-14T11:13:00.000+05:302008-11-14T11:13:00.000+05:30कटु सत्य लिखा है आपने। पर अच्छा 'बकते' होकटु सत्य लिखा है आपने। पर अच्छा 'बकते' होAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-13244832356983597632008-11-14T09:56:00.000+05:302008-11-14T09:56:00.000+05:30कित्ते जबरदस्त टाईप के हड़काऊं दोहे हैं, वाह भाई व...कित्ते जबरदस्त टाईप के हड़काऊं दोहे हैं, वाह भाई वाहAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-30088159173637726612008-11-14T09:38:00.000+05:302008-11-14T09:38:00.000+05:30इतना धैर्य धरा है तो बस और जरा सा धरलें । अच्छी बु...इतना धैर्य धरा है तो बस और जरा सा धरलें । <BR/>अच्छी बुरी जिस तरह भी हो एक टिप्पणी करदें ॥ <BR/><BR/>लो भाई विवेकसिंह जी ताऊ के पास टिपणी छोड़ कर और क्या है ? :) अब आपने फुरसतिया ब्रांड लगा दिया तो जाहिर बहुत मेहनत लगी है माल तैयार करने में ! और दीख भी रहा है ! बहुत आनंद आया ! बधाई और शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-41211833885194180012008-11-14T07:48:00.000+05:302008-11-14T07:48:00.000+05:30कित्ते नीतिवान दोहे हैं! फ़ुरसतिया ब्राण्ड की बात ह...कित्ते नीतिवान दोहे हैं! फ़ुरसतिया ब्राण्ड की बात ही कुछ और है! है न!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-42854055336722399762008-11-14T07:15:00.000+05:302008-11-14T07:15:00.000+05:30किस्मत का क्या कहना इसके देखे खेल निराले।अंधों के ...किस्मत का क्या कहना इसके देखे खेल निराले।<BR/>अंधों के हाथ बटेर मरें भूखे सब आँखों वाले ॥<BR/>बिलकुल सही दर्शन . क्या बात है . लगे रहो विवेक भाईdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-69357817719435828502008-11-14T05:24:00.000+05:302008-11-14T05:24:00.000+05:30काफी कुछ लिख गये हो भाई, मजेदार लिखा है।काफी कुछ लिख गये हो भाई, मजेदार लिखा है।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-10978460921642168282008-11-14T02:05:00.000+05:302008-11-14T02:05:00.000+05:30डरें न हडकाना चाहें तो हडका भी सकते हैं । निश्चित ...डरें न हडकाना चाहें तो हडका भी सकते हैं । <BR/>निश्चित है हम यह न कहेंगे साहब क्या बकते हैं ? <BR/><BR/><BR/>-इतना धैर्य धरा है तो बस अब क्या हड़कायें..बस टिप्पणी कर देते हैं..बधाई वाली. <BR/><BR/>काफी समय लगा होगा लिखने में? :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com