tag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post7630576250636549531..comments2023-11-05T13:11:57.856+05:30Comments on स्वप्नलोक: मठाधीश बाबा के आश्रम मेंविवेक सिंहhttp://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-87494082256325348882009-11-04T22:39:30.376+05:302009-11-04T22:39:30.376+05:30बेहतर है और बेहतरीन होने की सम्भावना थी अगर उन स्स...बेहतर है और बेहतरीन होने की सम्भावना थी अगर उन स्सम्प्रदायिक ब्लोगों की पोल भी खोलते जो बिना प्रोफाइल के पचासों छद्म नाम या बेनामी रह कर टाप पर रहने का भ्रम दे पब्लिक को धोखा दे रहे हैं और अपने गिरोह के प्रचार में लिप्त हैंवीरेन्द्र जैनhttps://www.blogger.com/profile/03394460991280336978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-14898009984402642362009-11-03T09:04:19.817+05:302009-11-03T09:04:19.817+05:30ये तो सबको ही पता है.. कोई नयी बात तो बताई होती..ये तो सबको ही पता है.. कोई नयी बात तो बताई होती..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-33901752803534502632009-11-02T06:45:25.361+05:302009-11-02T06:45:25.361+05:30इस बाबे को कौआ काटेगा.इस बाबे को कौआ काटेगा.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-50521331682739035182009-11-01T09:51:56.254+05:302009-11-01T09:51:56.254+05:30लगता है कि अब मुझे भी सपना देखना ही पड़ेगा।बुलाता ह...लगता है कि अब मुझे भी सपना देखना ही पड़ेगा।बुलाता हूं आज ब्लाग बावा को सपने मे और पूछता हूं कि लफ़ड़ा क्या है?Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-61362571296892884282009-11-01T09:36:07.908+05:302009-11-01T09:36:07.908+05:30शुक्र है शंका लघु ही निकली वर्ना सपना नहीं टूटता.....शुक्र है शंका लघु ही निकली वर्ना सपना नहीं टूटता....योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-80319172631739062442009-11-01T09:33:11.463+05:302009-11-01T09:33:11.463+05:30'qd\j gS
शुक्र है शंका लघु ही निकली....'qd\j gS <br /><br />शुक्र है शंका लघु ही निकली....योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-27565575414386911572009-11-01T06:01:34.826+05:302009-11-01T06:01:34.826+05:30शीर्षक उपयुक्त नहीं लगता मुझे लगता है इसका शीर्षक ...शीर्षक उपयुक्त नहीं लगता मुझे लगता है इसका शीर्षक होना चाहिए : पोल खोलू बाबा के आश्रम में' <br />(आपकी विचारधारा से मेल खाना आवश्यक नहीं है)M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-29865588367816048062009-11-01T05:13:53.198+05:302009-11-01T05:13:53.198+05:30भाई अगर सचमुच ऐसा है तो ठीक है ..क्योंकि मज़ाक मुझ...भाई अगर सचमुच ऐसा है तो ठीक है ..क्योंकि मज़ाक मुझे पसन्द नहीं हाहाहाहा।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-87689048056243786822009-11-01T02:02:20.359+05:302009-11-01T02:02:20.359+05:30चलो सपने के बहाने एक पोस्ट तो बन गई.....सपना सच्चा...चलो सपने के बहाने एक पोस्ट तो बन गई.....सपना सच्चा है या झूठा......यह तो बाबा ही जाने;))परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-80519321708540345342009-10-31T23:45:51.747+05:302009-10-31T23:45:51.747+05:30ईश्वर आपके सपने सच करे।
नाक को घुमाकर पकड़ने की आ...ईश्वर आपके सपने सच करे। <br />नाक को घुमाकर पकड़ने की आपकी अदा निराली है। बनाये रखिए।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-6643589156507284592009-10-31T23:04:23.262+05:302009-10-31T23:04:23.262+05:30सपने में भी खुराफात?सपने में भी खुराफात?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-20958463031302349842009-10-31T22:28:27.546+05:302009-10-31T22:28:27.546+05:30उड़नतश्तरी टीम की कटोरियों
और चम्मचों का विवरण म...उड़नतश्तरी टीम की कटोरियों<br />और चम्मचों का विवरण मत देना<br />वरना ....वरना .... के आगे जो छ्द्म बात है उसके तनिक और स्पष्ट कर देते गुरु<br />पूरे आलेख से एक बात पुष्ट हुई है<br />अविनाश जी<br />बीमार व्यक्तियों को सपने ज़्यादा आते हैंबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-12440947582750993242009-10-31T21:25:24.831+05:302009-10-31T21:25:24.831+05:30आज भरोसा गया कि एक ही आदमी एक ही टाइम पर एक से ज्य...आज भरोसा गया कि एक ही आदमी एक ही टाइम पर एक से ज्यादे जगह सपने में आ सकता है .......विवेक भाई वही बाबा मेरे सपने में भी आये थे और कई लोगो के बारे में बताये भी थे ....लेकिन मै लिख नहीं पाया नेट जो खराब था ..........लेकिन यह भी भरोसा हो गया कि एक ही बाबा अलग अलग चेलो से अलग अलग बाते भी करते है :)Mishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-50374716028031216682009-10-31T18:48:45.158+05:302009-10-31T18:48:45.158+05:30ye shak to hume bhi kai din se tha ki Tipu chacha ...ye shak to hume bhi kai din se tha ki Tipu chacha aur Fursatiya ek hi hain... bas logo se chhipane ke liye bhasha badal ke likhte hain. hum serious hain aapkee tarah majak nahi kar raheR.S.noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-10624726037314102622009-10-31T17:23:57.777+05:302009-10-31T17:23:57.777+05:30“ माफ करना, हमें लगता है कि इस कंपनी में असल में क...“ माफ करना, हमें लगता है कि इस कंपनी में असल में कई लोग शामिल हैं । एक अच्छा कवि, एक बढ़िया कवि, एक अच्छा व्यंग्यकार, एक बढ़िया व्यंग्यकार, एक अच्छा कार्टूनिस्ट, एक बढ़िया कार्टूनिस्ट आदि आदि कई लोग इस ब्लॉग पर लिखते हैं ।”<br /><br />सपने कभी सच नहीं होते:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-63851073030160636832009-10-31T16:53:49.009+05:302009-10-31T16:53:49.009+05:30भतिजे टीम वर्क तो महिनों से बता रहे हो? लिख लिख क...भतिजे टीम वर्क तो महिनों से बता रहे हो? लिख लिख के मिटा जाते हो? आखिर यह सपना कितना पुराना है? ताजा तो नही लगता.:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-63998033879140371992009-10-31T16:34:59.058+05:302009-10-31T16:34:59.058+05:30शिवकुमार पाण्डेय और ज्ञानदत्त मिश्र भी एक ही व्यक्...शिवकुमार पाण्डेय और ज्ञानदत्त मिश्र भी एक ही व्यक्ति हैं । यह जानने को स्वप्न देखने की क्या जरूरत थी। वैसे ही पूछ लेते, बता देते!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-76022548931208562082009-10-31T16:21:50.448+05:302009-10-31T16:21:50.448+05:30अरे बाबा कोई नयी बात बताते तो मजा भी आता यह तो हमे...अरे बाबा कोई नयी बात बताते तो मजा भी आता यह तो हमे भी मालुम है.... लेकिन बोला ना बाबा प्यार से बोलते है तो इस का मतलब यह नही कि बाबा शरीफ़ है.<br />चलिये अब पर्दा है , इसे ऒर मत उठाये, कुछ राज राज ही रहने दे.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-89824807436318213962009-10-31T16:07:05.100+05:302009-10-31T16:07:05.100+05:30मुझे लगता है सब विवेक सिंह है..मुझे लगता है सब विवेक सिंह है..रंजनhttp://aadityaranjan.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-55300851738589581902009-10-31T15:32:12.246+05:302009-10-31T15:32:12.246+05:30विवेक जी,
आज ज़रा थोडा ओवर टाइम कर लेना और बाबा से...विवेक जी, <br />आज ज़रा थोडा ओवर टाइम कर लेना और बाबा से मेरा भी पता कर लेना. कहीं कल को वे यह ना कहने लगे कि मुसाफिर भी कई सारे बन्दे हैं, जो अलग अलग दिशाओं में भ्रमण करके ब्लॉग पर छाप देते हैं.नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-15640218448272644432009-10-31T15:24:58.379+05:302009-10-31T15:24:58.379+05:30हा हा हा... हमें भी कुछ कुछ शंका तो है कि हो न हो ...हा हा हा... हमें भी कुछ कुछ शंका तो है कि हो न हो जैसा बाबा जी कह रहे हैं,बिल्कुल कुछ वैसा ही चक्कर है :)<br />कहीं आपने सपने की आड लेकर सचमुच "घर का भेदी लंका ढाऎ" की तरह से रहस्योदघाटन ही तो नहीं कर डाला :)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-12104232317783311222009-10-31T15:07:24.978+05:302009-10-31T15:07:24.978+05:30परदे में रहने दो, परदा ना उठाओ
परदा जो उठ गया तो.....परदे में रहने दो, परदा ना उठाओ<br />परदा जो उठ गया तो...<br />अल्लाह मेरी तौबा!<br /><br />फिल्म वही थी ना? <b>शिकार</b><br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3810215831734493662.post-76115566730821046252009-10-31T14:51:52.201+05:302009-10-31T14:51:52.201+05:30सपने भी ब्लॉगिंग के
पर पोल क्यों खोल रहे हो
हमार...सपने भी ब्लॉगिंग के<br />पर पोल क्यों खोल रहे हो<br />हमारे बीच यह तय तो <br />हुआ नहीं था<br />कि सपने के नाम पर<br />पोल की पूरी ढोलक ही<br />कर दोगे फाड़ फाड़। <br /><br />आखिर हमने भी अलग अलग<br />चित्र ही चिपकाए हैं <br />देख विवेक देख।<br /><br />उड़नतश्तरी टीम की कटोरियों<br />और चम्मचों का विवरण मत देना<br /><br />वरना ....अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com