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गुरुवार, अक्तूबर 30, 2008
सपना जो देखा था
चन्दा मामा पर बसा, भारत का साम्राज्य । अब यह भी इस देश का अंग हुआ अविभाज्य । अंग हुआ अविभाज्य दखल मत दो अमरीका । लालकिले से भाषण था मनमोहन जी का । विवेक सिंह यों कहें कहो क्या बुरा किया है ? सपना जो देखा था सबको बता दिया है ॥
सुंदर शब्दों का प्रयोग सुन्दरता से किया गया है.
जवाब देंहटाएंविवेक सिंह यों कहें कहो क्या बुरा किया है ?
जवाब देंहटाएंसपना जो देखा था सबको बता दिया है ॥
बहुत जोरदार रचना ! शुभकामनाएं !
सही किया बता दिया वर्ना हमको पता ही न चलता!
जवाब देंहटाएंसही बताया!!
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया लिखा सर जी !
जवाब देंहटाएं'अंग हुआ अविभाज्य दखल मत दो अमरीका' चलिए भारत का एक और अविभाज्य अंग बढ़ गया !
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया रचना !
जवाब देंहटाएंयों ही बताते रहो भाई
जवाब देंहटाएंछटपूजा की बहुत बधाई
उधर डोलते राज ठाकरे
इधर हैं लालू हातिमताई
यों ही बताते रहो भाई
छटपूजा की बहुत बधाई
तीन दिवस तो बीत गये
जवाब देंहटाएंचाँद से उतर आओ विवेक भाई