कॉमनवेल्थ गेम दिल्ली में हों या कलकत्ता में ।
खबरें अमरउजाला में पढ़ लें या जनसत्ता में ॥
भारत की अनेकता में एकता जरूर दिखेगी ।
लाख रोक लो किन्तु ब्लैक में टिकिट अवश्य बिकेगी ॥
चाहे लाख कोशिशें कर लें हमसे जलने वाले ।
चाहे तो सरकार स्वयं अपनी ताकत अजमा ले ॥
चाहे अपने सभी खिलाड़ी बिना पदक रह जाएं ।
चाहें तो मेहमान खिलाड़ी सब मेडल ले जाएं ॥
लेकिन अपने फैनगणों को हम न निराश करेंगे ।
घोटालों का स्वर्ण-पदक हम निश्चित ही जीतेंगे ॥
घोटालों का स्वर्ण पदक अभी से जीतना शुरू कर दिया है।
जवाब देंहटाएंघोटालों के स्वर्ण पदक के ज्यादातर खिलाडी होंगे दिल्ली सरकार के विभाग और उसके उम्दा भ्रष्ट मंत्री ...शर्मनाक है यह स्थिति ..
जवाब देंहटाएंघोटालों का स्वर्ण-पदक हमारे पास है और रहेगा भी
जवाब देंहटाएंलेकिन अपने फैनगणों को हम न निराश करेंगे ।
जवाब देंहटाएंघोटालों का स्वर्ण-पदक हम निश्चित ही जीतेंगे ॥
Ab in halat se kistarah nipta jay??
एक यही तो खेल है जिसमे हमें कोई हरा नहीं सकता 'घोटाला' !!
जवाब देंहटाएंजिनियस बुक मै भारत का नाम स्वर्ण शव्दो मै लिखा जाना चाहिये की घटोलो क सरताज, कोई माई का लाल इस रिकार्ड को तोड कर तो दिखाये?
जवाब देंहटाएंबेहद सटीक व्यंग्य !
जवाब देंहटाएंइसमें तो बाकी टीमें यूँ ही वॉक ओवर दे देंगी.
जवाब देंहटाएंये देश सचमुच घोटालों का बेताज बादशाह है.
जवाब देंहटाएंएक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं !