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शनिवार, जनवरी 17, 2009
धैर्य की परीक्षा !
हमने बचपन से अब तक बहुत सारी परीक्षाएं दी हैं । कच्ची एक से लेकर आई ए एस तक विभिन्न परीक्षाओं में भटकते रहे । शुरुआत में जितनी परीक्षाएं दीं घर वालों के डर से दीं . हालाँकि बाद में अपनी मरजी से भी परीक्षा देते रहे और अब तो आदत सी हो गई है । पर हमको फीस हमेशा देनी पडी ।
पर अब पता चला है कि पाकिस्तान भारत के धैर्य की परीक्षा ले रहा है । ले क्या रहा है एक अरसे से लेता आ रहा है । इसमें अनौखी बात यह है कि परीक्षार्थी को फीस भी देनी नहीं पडती । पास भी हमेशा हो जाता है । पर फिर अगली बार वही परीक्षा देनी पडती है । बेचारा परीक्षार्थी रोता रहता है । "हमारे धैर्य की परीक्षा न लो , हम फेल हो जाएंगे ।" पर पाकिस्तान विश्वविद्यालय को शायद परीक्षार्थी की होशियारी का ज्यादा पता है कि यह फेल तो हो ही नहीं सकता ।
यहाँ परीक्षार्थी को शायद मालूम ही नहीं कि जब तक फेल न होगा बार बार परीक्षा देते रहनी पडेगी । है न अनौखी परीक्षा ?
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धैर्य की परीक्षा देने वाले देते रहेंगे ,लेने वाले लेते रहेंगे, कोई नतीजा नही निकलेगा
जवाब देंहटाएंकभी फेल होकर भी तो दिखा न भारत भैया /माता ? अब देखों विवेक भी तो यही कहता है !
जवाब देंहटाएंधैर्य की परीक्षा मे भारत को फ़ैल होना ही होगा तभी ना जीत होगी .....उम्मीद पर दुनिया कायम है ...
जवाब देंहटाएंRegards
चलिए, कहीं तो पास हो रहे हैं!
जवाब देंहटाएंक्या कहें!!
जवाब देंहटाएंस्टूडेंट हमेशा बदलते भी तो रहते है..
जवाब देंहटाएंक्या आप नहीं जानते कि सौ सुनार की एक लोहार की अब आखिरी प्रीक्षा देने का वक्त आ गया है तैयार रहियेगा
जवाब देंहटाएंवो नकल करते हुए ही पकडाएगा और तब फ़ेल नही सीधे रेस्टिकेट ही होगा।
जवाब देंहटाएंdhairya ki parichha , such much pakistan parichha hi le raha hai .....
जवाब देंहटाएंइब्बी तक फ़ायनल परिक्षा कोनी दी के भाया? :)
जवाब देंहटाएंरामराम.
mast ....aur kya kahe?
जवाब देंहटाएंसुन्दर, पढ़कर अच्छा लगा
जवाब देंहटाएं---मेरे पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें । चाँद, बादल और शाम
सुन्दर, पढ़कर अच्छा लगा
जवाब देंहटाएं---मेरे पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें । चाँद, बादल और शाम
अच्छी बात पकडी आपने।
जवाब देंहटाएंमजा आया. अनोखी परीक्षा.
जवाब देंहटाएंधैर्य धरो आगे बढ़ो, पूरन हो सब काम।
जवाब देंहटाएंउसी दिन ही फलते नहीं, जिस दिन बोते आम।
सही लिखा है ।
जवाब देंहटाएंविवेक जी,
जवाब देंहटाएंभारत हमारी माता है
हमको कुछ नही़ आता है
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आपकी 'गज़ल' बहुत खब-सूरत थी.. दंडवत स्वीकारें ..
आदर सहित
एकदम दुरुस्त फ़रमाया विवेक भाई।
जवाब देंहटाएंबिलकुल विवेक जी,
जवाब देंहटाएंबड़ी ही अनोखी परीक्षा है.
janaab is baar Pappu pass hone wala nahi hai...ab to ham bhi dua karte hain ki wo fail ho jaye!!
जवाब देंहटाएंmere paas sabd nahi hai kuchh kahne ko.
जवाब देंहटाएंयथार्थ वचन श्रीमान
जवाब देंहटाएंपरीक्षा कार्य अच्छा चल रहा है!
जवाब देंहटाएंBahut chutila.
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