साल बीत गया । जब धरती के विनाश की भविष्यवाणियाँ की जा रही हों तो साल की क्या औकात ? वह भी तब जब पुराने के बद्ले नया हाथोंहाथ मिल रहा हो ।
प्रागैतिहासिक काल से लेकर अब तक आदमी ने बहुत तरक्की कर ली है । तरक्की के इस सफ़र में बहुत सी खोजें हुईं जो मील का पत्थर कही जा सकती हैं । धातुओं की खोज, पहिए का आविष्कार, और आग की खोज ऐसी ही कुछ बातें हैं जिनका मानव सभ्यता की प्रगति के साथ अटूट सम्बन्ध है ।
जहाँ एक ओर मानव को विज्ञान ने शारीरिक आराम दिया वहीं उसका मानसिक चैन भी छीन लिया । ऐसे हाथियार भी विकसित हो गये जो धरती को कुछ पल में ही वीरान करने में सक्षम हैं ।
आदमी ने बड़ी से बड़ी क्रान्तियाँ कर डालीं । फ़्रान्स की क्रान्ति, इंग्लैण्ड की क्रान्ति, मैग्नाकार्टा, रूस की क्रान्ति, साम्यवाद और भी न जाने क्या क्या किया । पर इस पर सेकण्ड क्रान्ति को क्या कहा जाय ? पर सेकण्ड क्रान्ति की धूम है । चारों ओर इसके गुण गाये जा रहे हैं । कोई एक सेकण्ड का एक पैसा तो कोई आधे पैसे की दुहाई दे रहा है( पता नहीं पैसे को किस तरह आधा करेंगे) ।
पर सेकण्ड क्रान्ति ने पहले से ही सुपर फास्ट हो चुकी आदमी की ज़िन्दगी को सुपर सुपर फास्ट बना दिया है । कुछ दिनों पहले तक हम फोन पर बात करते समय सेकण्ड की सुई को देखते जरूर थे पर मिनट की अवधि चूक जाने पर फिर एक और मिनट के लिए रिलैक्स हो लाते थे । पर अब तो हर सेकण्ड बिल चलता है । बात करते समय सेकण्ड की सुई को हर पल देखते रहना पड़ता है ।
यह पर सेकण्ड क्रान्ति क्या रंग लायेगी अभी कहना जल्दबाजी होगी । फिर भी एक मोटा मोटा आइडिया लगा सकते हैं । कुछ दिनों बाद अगर आपको दीवार पर लगी घड़ी में सेकण्ड वाली सुई मिनट और घण्टे वाली सुइयों से मोटी दिखाई दे तो आश्यर्य न कीजियेगा । हो सकता है बेचारी मिनट का पत्ता ही कट जाय और केवल घण्टे और सेकण्ड ही बचें । आखिर एक घण्टे में सेकण्ड होते ही कितने हैं । कुल 3600 ही न ?
प्रागैतिहासिक काल से लेकर अब तक आदमी ने बहुत तरक्की कर ली है । तरक्की के इस सफ़र में बहुत सी खोजें हुईं जो मील का पत्थर कही जा सकती हैं । धातुओं की खोज, पहिए का आविष्कार, और आग की खोज ऐसी ही कुछ बातें हैं जिनका मानव सभ्यता की प्रगति के साथ अटूट सम्बन्ध है ।
जहाँ एक ओर मानव को विज्ञान ने शारीरिक आराम दिया वहीं उसका मानसिक चैन भी छीन लिया । ऐसे हाथियार भी विकसित हो गये जो धरती को कुछ पल में ही वीरान करने में सक्षम हैं ।
आदमी ने बड़ी से बड़ी क्रान्तियाँ कर डालीं । फ़्रान्स की क्रान्ति, इंग्लैण्ड की क्रान्ति, मैग्नाकार्टा, रूस की क्रान्ति, साम्यवाद और भी न जाने क्या क्या किया । पर इस पर सेकण्ड क्रान्ति को क्या कहा जाय ? पर सेकण्ड क्रान्ति की धूम है । चारों ओर इसके गुण गाये जा रहे हैं । कोई एक सेकण्ड का एक पैसा तो कोई आधे पैसे की दुहाई दे रहा है( पता नहीं पैसे को किस तरह आधा करेंगे) ।
पर सेकण्ड क्रान्ति ने पहले से ही सुपर फास्ट हो चुकी आदमी की ज़िन्दगी को सुपर सुपर फास्ट बना दिया है । कुछ दिनों पहले तक हम फोन पर बात करते समय सेकण्ड की सुई को देखते जरूर थे पर मिनट की अवधि चूक जाने पर फिर एक और मिनट के लिए रिलैक्स हो लाते थे । पर अब तो हर सेकण्ड बिल चलता है । बात करते समय सेकण्ड की सुई को हर पल देखते रहना पड़ता है ।
यह पर सेकण्ड क्रान्ति क्या रंग लायेगी अभी कहना जल्दबाजी होगी । फिर भी एक मोटा मोटा आइडिया लगा सकते हैं । कुछ दिनों बाद अगर आपको दीवार पर लगी घड़ी में सेकण्ड वाली सुई मिनट और घण्टे वाली सुइयों से मोटी दिखाई दे तो आश्यर्य न कीजियेगा । हो सकता है बेचारी मिनट का पत्ता ही कट जाय और केवल घण्टे और सेकण्ड ही बचें । आखिर एक घण्टे में सेकण्ड होते ही कितने हैं । कुल 3600 ही न ?
चलते-चलते
एक SMS मिला है कुछ इस तरह है:
परिश्रम = असफलता नहीं ………. समीकरण १
परिश्रम नहीं = असफलता ………. समीकरण २
समीकरण १ और २ को जोड़ने पर
परिश्रम + परिश्रम नहीं = असफलता नहीं + असफलता
परिश्रम( 1 + नहीं ) = असफलता( नहीं + 1 )
हम जानते हैं कि योग के विनिमेय नियम द्वारा
1+ नहीं = नहीं + 1
अत:
परिश्रम = असफलता
इतिसिद्धम्
सभी पाठकों को आने वाले नववर्ष की शुभकामनाएं । मिलते हैं अगले साल । तब तक लेते रहिए मौज ।
सब गड्डमड्ड है! :)
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को नव वर्ष मंगलमय हो!
कहां हो भाई चलो इस साल मे मिल ही गये . नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंआप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की शुभकामनाऍं ।
जवाब देंहटाएंसही लिखा है.....बढ़िया पोस्ट।
जवाब देंहटाएंआपको तथा आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
विनिमेय नियम तो खतरनाक है भईया !
जवाब देंहटाएंनये साल का यही संदेश है क्या ?
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ।
परिश्रम और असफलता के एक होने को प्रमाणित भी कर दिखाया .. आपके और आपके पूरे परिवार के लिए नया वर्ष मंगलमय हो !!
जवाब देंहटाएंकहां अंतरध्यान हो गए थे प्रभु? स्वप्न दिखाना ही बंद कर दिया। अब आ गए हो तो नये साल में खूब सपने देखेंगे, खूब गणित सीखेंगे और खूब मौज करेंगे :) नये वर्ष की अनेकानेक शुभकामनाएं॥
जवाब देंहटाएंआपको भी नया साल बहुत बहुत मुबारक हो .
जवाब देंहटाएंअब तो ये "मौज" शब्द भी बडा भयभीत करने लगा है :)
जवाब देंहटाएंआपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!
नये साल की हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंपरिश्रम = असफलता
जवाब देंहटाएंइति सिद्धम !!!
हा हा हा आप भी विवेक भाई,
बहुत मज़ेदार और बहुत गूढ़ लिखा। आनंदम।
नव-वर्ष २०१० पर ढ़ेरों शुभकामनाओं के साथ
हमारा स्नेह भरा आग्रह है आप सब महानुभावों से :
कृपया वर्ष २०१० में हर माह कम-अज़-कम ७ (सात) नए सिर्फ़ और सिर्फ़ चिट्ठा-पाठक (हिंदी चिट्ठों को पढ़ने और विष्लेषण करने के लिए और उन पर उनकी राय याने टिप्पणियाँ देने के लिए) भी तैयार करवाएँ और इस प्रयास में यदि कोई नए चिट्ठे भी शुरू हो जाएँ तो सोने पर सुहागा है, मगर यदि हिंदी चिट्ठों की संख्या कुछ दिन (लगभग १२०००) इतने पर ही बरकरार रखकर उनकी विविधता और गुणवत्ता बढ़ाने में योगदान करेंगे तो शायद हमारा प्यारा हिंदी ब्लॉगजगत अधिक सुन्दर, अधिक उपयोगी, अधिक उद्देश्य-परक, अधिक निपुण, अधिक ज्ञान-वर्धक, अधिक समृद्ध, अधिक वृहत, अधिक आयोजित, अधिक संगठित, अधिक आत्मावलोकित, आधिक आलोकित, अधिक .......................................................अरे अब हटाइये। हा हा।
आप सबका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद।
जय हिन्दी चिट्ठाकारी !
जय हिन्द !
अतिसुन्दर!
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं.
बहुत दिनों बाद वापस आये, समस मजेदार था. आपको भी नव वर्ष मंगलमय हो.
जवाब देंहटाएंआपको भी नये साल की बहुत बहुत बधाई। देर से आने के लिये क्षमा चाहती हूँ कुछ दिन नेट से दूर थी। अब नये साल मे आपकी ब्लाग से छुट्टियां कैंसल कर दी गयी हैं इस लिये अपनी हाजरी को नियमित करें।
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