शुक्रवार, जनवरी 16, 2009

बहुत मज़ा है !

बहुत मज़ा है, हफ्ते में बस एक बार नहाने में ।
बहुत मज़ा है, बाथरूम में बेढंगा गाने में ॥

बहुत मज़ा है, माँग माँगकर तम्बाकू खाने में ।
बहुत मज़ा है, किसी बडे नेता को गरियाने में ॥

बहुत मज़ा है, बिना काम ही शिफ्ट गुज़र जाने में ।
बहुत मज़ा है, कार्यस्थल से थककर घर जाने में ॥

बहुत मज़ा है, पैसा लेकर साफ मुकर जाने में ।
बहुत मज़ा है, मूर्खदिवस पर सबको बहकाने में ॥

बहुत मज़ा है, बिना किराये के बस में जाने में ।
बहुत मज़ा है, पॉपकॉर्न को एक एक खाने में ॥

बहुत मज़ा है, हाथ देखकर भविष्य बतलाने में ।
बहुत मज़ा है, लगभग हारा मैच जीत जाने में ॥

बहुत मज़ा है, सीमा गुप्ता जी को हँसवाने में ।
बहुत मज़ा है, चर्चा में उल्लेख किए जाने में ॥

बहुत मज़ा है, ज्ञान दत्त पाण्डेय को टिपियाने में ।
बहुत मज़ा है, कुश से दूरभाष पर बतियाने में ॥

बहुत मज़ा है, रोज़ नहीं लिखते हो इस ताने में ।
बहुत मज़ा है, फुरसतिया से शाबाशी पाने में ॥

बहुत मज़ा है, गलती करने में फिर मुस्काने में ।
बहुत मज़ा है, बचना सिंह से हडकाई खाने में ॥

32 टिप्‍पणियां:

  1. शाबास। ऐसे ही रोज लिखते रहो। अब जो गलती कर ही दिये तो मुस्करा के डांट खाने के लिये तैयार हो जाओ। तुम्हारा समय शुरू होता है अब!

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत मज़ा है, चर्चा में उल्लेख किए जाने में ॥

    सुन लिया ना, शुकुल जी ने क्या कहा? समझ गये. :)

    रामराम.

    जवाब देंहटाएं
  3. "हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ...............अब और क्या कहें... सब कुछ तो आप ने कह दिया...आज फ़िर डांट पडेगी पक्का ..तेयार हो जाओ..आगाह किए देते हैं"
    Regards

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत मज़ा है स्वप्नलोक मे घुस जाने मे
    बहुत मज़ा है विवेक की कविता पढ़ जाने मे

    जवाब देंहटाएं
  5. लगे रहो झमाझम है,

    ---
    कभी तो मुझे टिप्पियाओ...
    चाँद, बादल और शाम

    जवाब देंहटाएं
  6. वाह! वाह!

    बहुत मज़ा है विवेक की कविता पढ़ जाने में
    बहुत मज़ा है कविता पढ़कर टिपियाने में

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत मज़ा है...

    वाकई मजा है.. छोटी छोटी बातों का...

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत मजा था, बहुत मजा है और बहुत मजा रहेगा स्वप्नलोक में... पर ये बताइये कि आप अलीगढ़ कब गये..?

    जवाब देंहटाएं
  9. अरे वाह आज तो मज्जा आ गया...

    जवाब देंहटाएं
  10. वाह !!....मजा ही मजा है आपको...खुशियों में भी और गम में भी ....हमें भी अच्‍छा लगा।

    जवाब देंहटाएं
  11. waah vivek jee...maza aa gaya aapki kavita padh kar...bahut maza hai aapke post padhne men...

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत मजा है यह बहुत-बहुत सुनते जाने में.

    प्यारी तुकबन्दी. धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  13. हर तरफ़ तो मजा ही मजा दिख रहा है आज|

    जवाब देंहटाएं
  14. badhiya hai..majaa kartey raheeye--waise aisey hi likhtey likhtey ek poora kavya granth ban sakta hai--bahut mazaa hai-title se...

    बचना सिंह -ya kaun hain??

    जवाब देंहटाएं
  15. लूटे रहु मजा हर चीज में भई.

    हम तो बस एक मजा लूटते हैं:

    बहुत मजा है टिपियाने में.

    जवाब देंहटाएं
  16. भाई आपके तो मजे ही मजे हैं :-)

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत मजा है आपको पढने मे । :) :)

    जवाब देंहटाएं
  18. बहुत मजा है आपकी पोस्‍ट को पढने में

    बहुत मजा है आपको कमेंट करने में

    बहुत मजा है आपके बाकी कमेंट पढने में

    और
    बहुत मजा हे आपकी कमेंट में सीमा जी के हंसने में

    जवाब देंहटाएं
  19. ye leejiye ek aur fursatiya tippani... maza aaya??

    जवाब देंहटाएं
  20. हा हा ही ही
    भौत मज्ज्जा आया
    आप तो गालिब से भी बड़े कवि हो
    अईसे ही लिखते रहो
    हिन्दी माता आपकी भौत ऋणी होगी
    हा हा हा ही ही ही

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत मजा है ऐसे ही मजा करने में। :-)

    जवाब देंहटाएं
  22. बहुत मजा है सचमुच ,बल्कि मौजा ही मौजा है स्वप्नलोक में खो जाने पर !

    जवाब देंहटाएं
  23. प्यारे भाई विवेक, सच में आप का कोई जवाब नहीं यार ।

    जवाब देंहटाएं
  24. हर ग़लत काम को करने में जो मजा है वो मजा कहीं नहीं है...आप के मजे की लिस्ट मेरे मजे की लिस्ट से बहुत कुछ मिलती जुलती है...मेरी लिस्ट में मजे के लए आपके ब्लॉग को पढ़ना भी है...बहुत खूब लिखा है विवेक जी..सच में मजा आ गया...भरपूर...
    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  25. बहुत मज़ा है आप पढ़कर सर खुजलाने में

    जवाब देंहटाएं
  26. बहुत मज़ा है, हफ्ते में बस एक बार नहाने में ।

    BILKUL SAHI

    जवाब देंहटाएं

मित्रगण