पता चला है कि एक मंत्री महोदय ने 'इकोनॉमी' क्लास' को 'कैटल क्लास' कह दिया । अब माँस की जीभ है फिसल ही जाती है । फिसल गयी । जनता और विपक्ष सफाई माँग रहे हैं । सूत्रों से पता चला है कि सफाई तैयार की जा रही है । पर कुछ मुश्किलें हैं । पार्टी चाहे तो हमारे ब्लॉग से सफाई वक्तव्य कॉपी कर सकती है । जो यूँ होगा :
"यह विपक्ष और मीडिया की कारस्तानी है । मंत्री महोदय के बयान को तोड़-मरोड़कर जनता के सामने पेश किया गया है । यह बयान निहायत ही सकारात्मक है और पार्टी द्वारा चलाये जा रहे मितव्ययता अभियान की पहली उपलब्धि है ।
हमारी विपक्ष से अपील है कि जनता की भलाई के काम में टाँग न अड़ाए अन्यथा जनता उन्हें अगले चुनाव में जरूर सबक सिखाएगी ।
दरअसल मंत्री महोदय का आशय था कि इकोनॉमी क्लास में ऐसी सुविधाएं दी जा रही हैं कि इसे फिलहाल कैटल क्लास ही कहा जाना चाहिए । हम जनता को ऐसी सुविधाएं दिया जाना कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे । हम रेलवे के जनरल कोच तक वीआईपी वाली सुविधा पहुँचाकर ही दम लेंगे । यदि हम ऐसा न कर सके तो हमारा इकोनॉमी क्लास में जाने का लाभ ही क्या । आखिर इसके फायदे जनता को भी मिलने चाहिए । "
इस सफाई से भूतपूर्व रेल मंत्री का चित होना तो तय माना जा रहा है । पर वर्तमान कहीं बुरा न मान जाएं यही लोचा है ।
सफाई व्यक्तव्य काफी साफ है. आशा है अब तक यह व्यक्तव्य कापी करके प्रेस को दी जा चुकी होगी.
जवाब देंहटाएंभाईजी मंत्री लोगो को चित्त होने या पट्ट होने से कोई फरक नहीं पड़ता है .चित्त होने या पट्ट होना भी कूटनीति / राजनीति का अंग बन गया है .....
जवाब देंहटाएंसफ़ाई पसंद ब्लागर इसे कहते हैं!
जवाब देंहटाएंअब इससे बढ़िया सफाई वक्तव्य क्या हो सकता है ?
जवाब देंहटाएंबहुत ज्यादा सफाई है.
जवाब देंहटाएंबड़ी सफाई वाली सफाई है।
जवाब देंहटाएंअच्छी सफाई तैयार की है | इस सफाई का एक कॉपी उनको भेज देते हैं | क्या पता आगे से सफाई का contract ब्लॉग वालों को मिलने लग जाए | अपनी कुछ तो कमी हो जायेगी |
जवाब देंहटाएंवैसे भी उनके लिए ब्लॉग का option सस्ता रहेगा | अब देखिये सफाई लिखने वाले लोग कितनी बड़ी-बड़ी हस्ती होती है, उसमे पैसा भी ज्यादा लगता है | हमलोग तो मुफ्त मैं ही सफाई दे देंगे ... हमारी मांग इतनी ही है की ब्लॉग पे आके टिप्पणी कर दो | बस हम तो इसी मैं खुस हैं ........
हो गयी होगी अब तो सफाई....खुशबु वाला फिनोल ओर डाल देते
जवाब देंहटाएंविश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि पार्टीवाले सफाई कापी करने के लिए आपके ब्लाग पर आनेवाले हैं .. चाय नाश्ते का प्रबंध करके रखें !!
जवाब देंहटाएंअर्रे इत्ती सफ़ाई !!
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा
जवाब देंहटाएंयू पुअर पीपल... काहे कू हंगामा करता है... साब ने ऐसी क्या बात कह दी??
जवाब देंहटाएंसफ़ाई से रहना अति उत्तम है.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सरकार को चाहिये आये दिन की सफ़ाई देने की खटखट से बचने के लिये सफ़ाई मंत्रालय का गठन कर दे तो फ़िर आपके लिये भी गुंजाईश,नई एक बात बोल रहा हूं।
जवाब देंहटाएंप्रतिकियालु तो हैं हम, लेकिन इस बाबत क्या कहेम!
जवाब देंहटाएंमंत्री जी अच्छे हैं. सफाई पसंद मंत्री.
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बहोत साफ सफाई है रे सांभा!