पंखा एक डॉक्टर के घर
जाकर यूँ फ़रमाया ।
कर दें मेरा भी इलाज
बिजली ने मुझे सताया ॥
घूम गया मेरा दिमाग
जैसे ही बटन दबाया ।
लटका था चुपचाप हवा में,
लेकिन अब लहराया ॥
हलचल सी मच गयी, हवा के
कण कुछ समझ न पाये ।
एक दूसरे को भगदड़ में
लतियाये, धकियाये ॥
हुई शिकायत घर मेरे,
अम्मा ने डाँट लगायी ।
बोले लोग, " इसे मिर्गी है "
टूटी मेरी सगाई ॥
Ye bhi khoob rahee..khoob kahi..wah !
जवाब देंहटाएंAb seedhe ' shadee' behtar, kah do pankhe se..!
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::)) मस्त..
जवाब देंहटाएंबोले लोग, " इसे मिर्गी है "
जवाब देंहटाएंटूटी मेरी सगाई ॥
क्यों भाई?...........मस्त rchna..........
बहुत ही बढि़या ।
जवाब देंहटाएंगजब की खुराफ़ाती सोच है। झकास!
जवाब देंहटाएंgazab daastan hai bhaai .........mujhe achchha laga.......badhaai
जवाब देंहटाएंएक दूसरे को भगदड़ में
जवाब देंहटाएंलतियाये, धकियाये ॥
ऐसा तब भी होता है जी जब पंखे फ़िल्मी सितारों के इर्द-गिर्द घूमते हैं:)
ha ha ha ..
जवाब देंहटाएंbahut sahi.. :)
ये तो सब गड़बड़ हो गयी.
जवाब देंहटाएंकहाँ से निकालते हि विवेक भाए ऐसे ख्यालात....बेजोड़!!!
जवाब देंहटाएंआपकी कल्पना शक्ति के घोडे कहाँ कहाँ दौड़ते हैं....पंखे पर ही कविता रच डाली और वो भी बेमिसाल...वाह....
जवाब देंहटाएंनीरज
एकदम मस्त है जी :)
जवाब देंहटाएंबड़ी देर से खोपडी खुजा रही हूँ,पर समझ नहीं पा रही..........
जवाब देंहटाएंकविता तो लाजवाब है पर विवेक जी कृपया यह बताएं कि यह कविता पंखे पर लिखी है आपने,मिर्गी पर लिखी है या इससे इतर कोई और छायावादी रहस्यवादी अर्थ है इस कविता के.........
Dukh ki baat hai bhaai.
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बिना मिर्गी का पंखा किस काम का!
जवाब देंहटाएं@ रंजना जी,
जवाब देंहटाएंआप बच्चों से कहाँ रहस्यवाद की उम्मीद लगा बैठीं ! यह तो बच्चों की कविता है जी !
आअप तो बडे मजाकिया हैं हा हा हा
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढि़या ।
जवाब देंहटाएंपंखे को मिर्गी आते रहना चाहिये.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
इस बरस की ५ वीं की पाठय पुस्तक में रखवा दो इसे.
जवाब देंहटाएंबच्चों की कविता में बड़ी-बड़ी बातें कह देते हैं आप
जवाब देंहटाएंकिससे करवा दी पंखे की सगाई? कही बिजली से तो नही? फ़िर तो हमेशा मिर्गी का दौरा पड़ेगा।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब..
जवाब देंहटाएंपंखे को जूता सुंघा देते भैय्या.सगाई नहीं टूटती. हा हा. मजेदार. आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब --- सगाई क्यो तोड्वा दी
जवाब देंहटाएंओह तो इसलिए सगाई टूटी.. हमें लगा कोई गोत्र वोत्र का मामला होगा..
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