सुनिए मेहरबानो सुनिए ।
गाड़ी आपकी जाने वाली है ।
वक्त थोड़ा खाली है ।
चार बातें काम की बताएंगे ।
आशा है घर जाके आप खूब लाभ उठाएंगे ।
जब कोई कुँआरी लडकी नीचे खडी हो जाती है ।
तो बेमतलब का झमेला हो जाता है ।
आदमी असल को भूल जाता है ।
ब्याज के लिए सिर खपाता है ।
करना कुछ और होता है ।
कर कुछ और देता है ।
राह से भटक जाता है ।
खामख्वाह लड़ाई मोल लेता है ।
अपने स्वजनों को दुश्मन समझने लगता है
दिन में परेशान रहे रातों को जगता है ।
कुँआरी लड़की नीचे खडी किसी के भी बीच हो सकती है ।
पति पत्नी में हो जाय ।
प्रेमी प्रेमिका में हो जाय ।
क्या देर लगती है ।
पिता पुत्र के बीच हो जाय,
सास बहू में हो जाती है ।
फालतू मन मुटाव हो
घर तुडवाती है ।
बडे बडे शहरों में अक्सर ये होता है ।
सज्जन खुश रहें तो दिल दुर्जनों का रोता है ।
औरों की खुशी को ये देख नहीं सकते हैं ।
कुँआरी लडकी नीचे खडी होने की राह तकते हैं ।
इंतजार करते हैं ।
जल जल के मरते हैं ।
कुँआरी लडकी नीचे खडी जब खुद नहीं होती है ।
तो खुद ये काम करते हैं ।
अवसर मिलते ही छोटी बडी जैसी भी हो सके ।
सज्जनों के बीच कुँआरी लडकी नीचे खडी पैदा करते हैं ।
मौका ए वारदात से चुपके खिसक जाते हैं ।
दूर खडे होकर नजारा करते हैं ।
क्योकि पास रहने से भेद खुलने से डरते हैं ।
मैनें हिन्दी से काम चलाया अब तक लेकिन ।
अंग्रेजी न बोला तो कुँआरी लडकी नीचे खडी हो जाएगी
आपके और मेरे बीच भी ।
अंतिम हथियार का इस्तेमाल करते हैं ।
अंग्रेजी में आप से ये सच बयान करते हैं ।
ताकि हो नके कोई मिस अण्डर स्टैण्डिंग दोस्तों के बीच ,
कि ये वक्त थोडा खाली है ।
न दी किसी को गाली है ।
वाह भाई वाह...
जवाब देंहटाएंपहले तो लगा कि 'शिष्य' आज दार्शनिकता झाड़ रहा है. (वही कुवारी लडकी नीचे खड़ी हो गई थी.).....लेकिन बाद में पता चला कि ये तो दार्शनिकता से भी आगे का कुछ था.
बहुत मस्त.
पति पत्नी में हो जाय ।
जवाब देंहटाएंप्रेमी प्रेमिका में हो जाय ।
क्या देर लगती है ।
पिता पुत्र के बीच हो जाय,
सास बहू में हो जाती है ।
फालतू मन मुटाव हो
घर तुडवाती है ।
बहुत शानदार ! शुभकामनाएं !
"कुँआरी लडकी नीचे खडी" :-)
जवाब देंहटाएं" अच्छा है " :-), बधाई .
जवाब देंहटाएंबड़ी गहरी रचना रच गए, कविवर विवेक सिंह!!
जवाब देंहटाएंयहे भी खूब रही
जवाब देंहटाएंपहली बार आया हूँ काफी अच्छा लगा,
जवाब देंहटाएंmast..
जवाब देंहटाएंपहले तो मुझे लगा कि यह कोई नारी विमर्श है, पर अंत मे"कुँआरी लडकी नीचे खडी" दूर हो गई।
जवाब देंहटाएंमजेदार भाषाई खिलवाड़:)
पहले तो मुझे लगा कि यह कोई नारी विमर्श है, पर अंत मे"कुँआरी लडकी नीचे खडी" दूर हो गई।
जवाब देंहटाएंमजेदार भाषाई खिलवाड़:)
ha ha...bahut badhiya. ant mein maza aa gaya.
जवाब देंहटाएंधत तेरे की। हम पूरी पोस्ट में कुंवारी लड़की को खोजते रहे। मिले तो पता चला मिस अण्डरस्टैंडिंग हैं। बहुत बदमास लड़के हो भाई। गनीमत है कि कुंवारे नहीं।
जवाब देंहटाएंJai ho
जवाब देंहटाएंkya baat hai
भाषाई खिलंदडी में आपका जवाब नहीं। बधाई।
जवाब देंहटाएंभौंपू जी की याद दिला दी
जवाब देंहटाएंवो अक्सर मंच पर इसे लतीफे के रूप में सुनाया करते थे
आपने बढ़िया जामा पहनाया
आपको बधाई
इस तरह की रचनाओं की जरुरत सभी ब्लागर्स को भी होती है...जहाँ पढ़कर ...मन हल्का हो जाता है...कुंवारी लड़की जो साथ खड़ी होती है ...वो चली जाती है....! रचो खूब रचो...विवेक जी.
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