जरा सोचिए ये क्या देख रहे हैं आप ? यह चित्र स्वर्ग से लिया गया है . दर असल जब चन्द्रयान को चन्द्रमा के लिए रवाना किया गया था , तभी हमारे एक न्यूज चैनल का संवाददाता चुपके से अपनी और अपने चैनल की टी आर पी बढाने चक्कर में चन्द्रयान में सवार होगया था .
आपको याद होगा पिछले दिनों ताऊ की भैंस चन्द्रमा पर गई थी । इतना पता चलते ही चैनलों में होड मच गई । कि ताऊ की भैंस का फोटू सबसे पहले कौन खींच्चैगा । भैंस का फोटू तो ताऊ ने ना लेने दिया पर रास्ते में स्वर्ग में कुछ दिन तक चन्द्रयान ने जब डीजल भरवाया था ।
इन्द्र की झोंपडी के पीछे; यह संवाददाता गया तो था किसी और चक्कर में कि शायद रम्भा , मेनका या उर्वशी में से किसी से मुलाकात हो जाय तो कुछ चक्कर चलाया जाय . पर इंसीडेंटली उसे यह भैंस का पेड दिखाई दे गया ।
बस फोटू खींच लिए । तीन ही खींच पाया था कि चित्रगुप्त उधर आगए । बस कॉपी राइट के मामले में फँसाने की धमकी देकर उसे भगा दिया . स्वयं रम्भा की कुटिया की तरफ चले गए . वैसे ताऊ ने अपनी भैंस का फोटू पिछले दिनों मॉस्क लगाकर दिखाया था .
भईया टी आर पी जो न कराये।
जवाब देंहटाएंये टी आर पी कहीं का नही छोड़ेगी।
जवाब देंहटाएंअरे भाई विवेक, ये तो बता दो कि पेड़ पर यह "नारी" कौन है.
जवाब देंहटाएंइससे साबित होता है कि सु्न्दरियों का चेहरा स्वर्ग से या स्वर्ग में "भैंस" जैसा दिखता है, अब भला कौन स्वर्ग जाना चाहेगा? और यदि भैंस न बन पाये तो उसे पेड़ पर लटका दिया जाता है… अब मैं कतई स्वर्गवासी नहीं होना चाहता… :)
जवाब देंहटाएंटी आर पी का फण्डा स्वर्ग में भी ? चलो, अब स्वर्ग भी स्वर्ग न रहेगा ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंभाई विवेक जी ये भैन्स का पेड काहे बता रहे हैं ? ये तो हमारी अनारकली है जो ब्लागीवुड मे हिरोईन बनने का कह कर गई थी ! अब मालूम पडा कि ये "चिट्ठाचर्चा फ़िल्म मेकर्स" वाले विवेक जी ने उस बहला फ़ुसला कर रखा है ! आप तुरन्त से इसको हमारे पास भेजिये ! भाई हमारा सब काम धन्धा गुड गोबर हो गया है इसके बिना !
जवाब देंहटाएंऔर अब आप हमको बेकुफ़ नही बनाना कि ये अनारकली नही है कारण से कि चांद पर तो हमारी चम्पाकली गई थी और आप ये फ़ोटू दिखा रहे हैं अनारकली का !
हम अभी दरोगा साहब को आपकी नाम जद रिपोर्ट लिखवा कर आते हैं !
राम राम !
" तीन ही खींच पाया था"... यहां तो चार लगे है? :)
जवाब देंहटाएंविवेक भाई फुर्सत मिले तो नर्क की भी तस्वीरे जुगाड कर दिखा दो,हो सकता है वहाँ सुकून मिल जाय्.
जवाब देंहटाएंयह भैंस का पेड.... भैंस का पेड कब से उगने लगा????
जवाब देंहटाएंregards
ये चित्रगुप्त ने सारा काम बिगाड़ दिया...न आते तो भैंस के साथ-साथ गाय का पेड़ भी दिखाई दे सकता था.
जवाब देंहटाएंभैया बाल बाल बचे जो फोटू लेकर वापस लौट आए वरना स्वर्गवासी कहना पड़ता।
जवाब देंहटाएंवाह विवेक भाई बड़े ज्ञानी होते जा रहे हो..
जवाब देंहटाएंवाह ये भी खूब रही |
जवाब देंहटाएंजिन्दा ही स्वर्ग दिखाने के लिए आपको बधाई . अगर ऐसी सुन्दरी है वहां पर तो हम नर्क मे अच्छे
जवाब देंहटाएंलोग हथेली पर जन्नत दिखाते है और आपने पेड पर दिखा दिया। आपने लांग शाट लिया इससे समझ में नहीं आया कि वो ताऊ जी की अनारकली है या चम्पाकली। हां, हथेली तो है....
जवाब देंहटाएंभैया, भैंस के पेड के बीज भी लाए हो तो बताना। हमारे घर के सामने काफी जमीन खाली पडी है, उसी पर खेती की जाए।
जवाब देंहटाएंJAI RAM JI KI
जवाब देंहटाएंअरे ताऊ जी यहीं ले देकर बात को रफा दफा कर लो दरोगा तक क्यों जाते हो :)
जवाब देंहटाएंभाई मन्ने तो फोट्टू बडी बढिया लागी सै।
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