बुधवार, जून 23, 2010

समथिंग डिफ़रेण्ट करो जी

लाइफ में रखिए सदा, पॉज़ीटिव ऐप्रोच ।

ओल्ड थॉट्स को बेचकर, ब्रिंग होम न्यू सोच ॥

ब्रिंग होम न्यू सोच, ज़माना नया आ गया ।

अखिल वर्ल्ड स्टोरी में, न्यू ट्विस्ट आ गया ॥

विवेक सिंह यों कहें, ओल्ड को अलग धरो जी ।

दिल कहता है, अब समथिंग डिफ़रेण्ट करो जी ॥

18 टिप्‍पणियां:

  1. विवेक जी, आप आजकल रहते कहां हो? महीने बाद पधारे हो।
    मतलब समथिंग डिफ़रेण्ट तो नहीं कर रहे?

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  2. बड़े दिन बाद आये ! नाराज थे क्या ?

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  3. 1234 0740973 770-374 3413208 413297 4354
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    7679226776987

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  4. आई करा समथिंग डिफरेंट...

    एन्जॉय...

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  5. accha jee ab samajh me aaya.....blog par hastakshar kyo nahee..............vaise paribhasha ke hisaab se sath saal se pooranee cheez antique ho jatee hai..............

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  6. कर रहे है.. कर रहे है.. तनिक सांस तो लेने दीजिये..

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  7. रंजन जी ने तो बिल्कुल ही डिफरेंट कर दिया..

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  8. समथिंग डिफ़रेण्ट करो जी
    अजी हम तो सब कुछ ही डिफ़रेंट कर दे, लेकिन मोका ही नही मिलता

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  9. आज तो वाकई डिफरेंट कर दिया जी आपने

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  10. भाई इफ़ेफ़्टिव पोस्ट दिये हो बधाईयां आभार भी

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