स्वप्नलोक के प्रशंसकों को जानकर हर्ष होगा कि कंपनी के ब्लॉग को 6 अक्टूबर, 2009 के अमर उजाला अखबार में ब्लॉग-कोना में जगह दी गयी है । सोचा इस कटिंग को इतिहास में दर्ज कर ही दिया जाय जिससे हमारे पोते परपोते कभी कह सकें कि, “हमारे पूर्वज इतना अच्छा लिखते थे कि अखबार वाले भी उसे छापते थे ।”
इस अवसर पर कंपनी अपने प्रशंसकों का तहे दिल से आभार प्रकट करती है । यह आपका प्यार ही है कि लाख प्रयासों के बावजूद हम अपनी ब्लॉग लिखने की लत से निजात पाने में अब तक असफल रहे हैं । आगे की अल्ला जाने ।
पहले तो बधाई, तदुपरांत ब्लोग लिखने की 'यह लत' बनी रहे इसकी शुभकामना.
जवाब देंहटाएंतो भाई विवेक अखरोट रोप ही दिया
जवाब देंहटाएंहार्दिक-शुभ कामनायें
बधाई हो...बधाई हो
जवाब देंहटाएंचलो! कम्पनी छप गयी! आगे यह नोट भी छापेगी, यह कामना!
जवाब देंहटाएंहम वर्माजी की बात दोहराते हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई .. आपके पोते पोती यह भी देख लेंगे .. कि आपके ब्लाग पर मैने टिप्पणियां की है !!
जवाब देंहटाएंपहले तो अखबार में छपने की बधाई ! ब्लोगिंग की लत बरकरार रहे इसी शुभकामनाओं के साथ :)
जवाब देंहटाएंबधाई हो विवेक जी
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाईयां ----भविष्य के लिये भी शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंविवेक बधाई
जवाब देंहटाएंकंपनी के शेयर होल्डरों को क्या मिलेगा.. ? मेरा तात्पर्य उस व्यक्ति है जिसका नाम आप इस टिपण्णी के ऊपर देख रहे है
जवाब देंहटाएंअमाँ यार पोते खुद ऐसे होंगे कि आप गर्व करेंगे।
जवाब देंहटाएंबधाई तो ले ही लो।
'कम्पनी' और 'अल्ला' का रहस्य उजागर करो ना प्रभु !
ई काम तो पाबला जी का है:) आप उनके क्षेत्र में घुस कर मानवाधिकार का हनन कर रहे हैं! यकीन न हो तो आपके गुरुजी से पूछ लीजिए:)
जवाब देंहटाएंजी खुश हो गया विवेक भाई। प्रिंट मीडिया को ब्लॉग मीडिया को तरजीह देना ही पड़ रही है। अमर उजाला ज़िंदाबाद। बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंपोते पोतिया को अगर हिन्दी नही आती हुयी तो ?? तो वो मेरी टिपण्णी केसे पढ सकेगी?
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर, आप को बधाई
वाकई कंपनी तरक्की पर है, मगर कंपनी के बारे में और जानने की उत्सुकता है ! कब तक इंतज़ार करोगे ?
जवाब देंहटाएंये तो शुरुआत है.. आगे और भी छपेंगे आप हमे विश्वास है.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई. कंपनी ऐसे ही तरक्की करती रहे, यही कामना है.
जवाब देंहटाएंबधाई आपको।
जवाब देंहटाएंलेकिन चंद्रमौलेश्वर जी की बात पर भी ध्यान दिया जाए :-)
कोई और होता तो मानवाधिकार हनन पर पोस्ट हटाने की मेल आपको आ गई होती :-D
बी एस पाबला
badhi..
जवाब देंहटाएंbadhaayee Raja babu ko!
जवाब देंहटाएंmeri badhai kanha gaye... 2 baar pahale bhi di... ek or baar lo..
जवाब देंहटाएंkush thik kah raha he..
बहुत मस्त लिखते हो, लोग खूब पसंद करेंगे ! शुभकामनायें !
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