मंगलवार, अक्तूबर 19, 2010

जली तो जली पर सिकी भी खूब

यूँ तो हम सभी जानते हैं कि जो आया है उसे कभी न कभी जाना ही है । फिर भी अपने प्रिय से बिछुड़ जाने पर दुख तो होता ही है ।
यही दुख मुझे तब हुआ जब लगभग तीन साल तक उठते-बैठते, सोते-जागते, खाते-पीते हमेशा मेरे साथ रहने वाला मेरा प्रिय मोबाइल नोकिया 6085 मेरा साथ छोड़ गया ।
उसके साथ मेरी कितनी यादें जुड़ी हैं, न पूछिए । बात दिसम्बर 2007 की है । डीमैट एकाउण्ट के लिये जीपीआरएस कनेक्शन लेने पर जब पता चला कि मेरे पास उपलब्ध मोबाइल से काम नहीं चलेगा तो झटके में नया मोबाइल लाया गया था । एक सनक थी कि आज ही इन्टरनेट चलाना है ।
विधि का विधान तो देखिए कि वह मोबाइल झटके के साथ ही गया । वर्धा जाते समय यह झटके के साथ जेब से गिरकर यह ऐसा गया कि मैं इसे बाय भी न बोल सका । इसके जाने से मुझे दुख तो होना ही था । साथ ही परेशानी भी खूब हुई होती । पर आयोजकों के हाथ बहुत लम्बे थे और मुझे परेशानी से निकाल लिया ।

मोबाइल खोया तो एक कहावत सच होती हुई लगी कि जली तो जली पर सिकी भी खूब । नया मोबाइल लेने का मन बहुत दिन से था लेकिन पुराने का क्या करें यही सवाल हल नहीं हो पा रहा था । शायद उसे इसका भान हो गया था और वह खुद ही शहीद हो गया ।

अब वर्धा से आते ही  नए मोबाइल की खोज शुरू हुई । खोजते खोजते प्रवीण पाण्डेय जी की एक पोस्ट मिली तो उन्हीं से सलाह लेने की ठानी । उन्हीं सिफारिशों को लागू करते हुए यह नोकिया C3 सेट लिया जिससे यह पोस्ट लिखी जा रही है ।

32 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्‍दर लेखन, नये मोबाइल की बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  2. अच्छी पोस्ट नए मोबाईल के लिए बधाई और शुभकामनायें .

    जवाब देंहटाएं
  3. कितने रुपये इन्वेस्ट किये गए?

    जवाब देंहटाएं
  4. Sach hai shayad...ki, mobile se bhee itnaa attachment ho jata hai! Mere pariwaar wale mere peechhe pade hain,ki,ab maine naya moblile lena chahiye...aur mai ise pichale 8 saalon se mano chipak gayi hun!

    जवाब देंहटाएं
  5. असल में मोबाईल खोने से उतना कष्ट या परेशानी नहीं होती है जितना की उसमे लगे सिम के खोने से होती है उसमे कई जरुरी नंबर होते है जिनका दुबारा मिलना मुश्किल हो जाता है और फिर से नया सिम लेना और फिर से उसमे सारे नंबर फिट करना बड़ा मुश्किल काम होता है उस पर से इस मोबाईल के कारण अब तो किसी का नंबर भी याद नहीं रहता है सीधे नाम से फोन लगा देते है पता ही नहीं चलता की नंबर क्या था |

    जवाब देंहटाएं
  6. मोबाइल से ही पोस्‍ट लिखी जा रही है, वाह भाई विवेक, बड़ा अच्‍छा है। कोई बात नहीं अच्‍छी सिक रही है यही बात अच्‍छी है।

    जवाब देंहटाएं
  7. मोबाईल खोने का दर्द यूं पोस्ट कर भुला देना कोई आपसे सीखे॥
    दर्द-दमन के लिये बधाई!!

    जवाब देंहटाएं
  8. आपके पुराने मोबाइल के लिए अफ़सोस और नए के लिए बधाई

    जवाब देंहटाएं
  9. जाने वाले के लिए श्रद्धांजलि...विवेक से काम लो, शायद इतना ही साथ बदा था. :)

    अब नये वाले के लिए- खूब रंग जमाया उससे पोस्ट भी लिख रहे हो. बढ़िया.

    जवाब देंहटाएं
  10. तो अब नोकिया की नोक से लेखनी लिखी जाएगी :)

    जवाब देंहटाएं
  11. भगवान ने इतना ही साथ लिखा था,
    एक जानकारी चाहिये कि अगर भारत मे सिम कार्ड से इंट्रनेट पर जाना हो मोबाईल से नही लेपटाप से तो क्या ऎसा सिम मिलता हे, क्योकि हमारे यहां आप सिम से लेपटाप या पीसी पर जा सकते हे, बाकी समान मेरे पास हे बस जानकारी की कमी हे, कृप्या जरुर बताये

    जवाब देंहटाएं
  12. हमें तो आप से कुछ सीखना पड़ेगा, मोबाइल से इतनी लम्बी पोस्ट तो हम भी नहीं लिख पाते हैं।

    जवाब देंहटाएं
  13. विवेक जी
    आपने बहुत विवेक से काम लिया ,खेर नया फोन तो आपने खरीदना ही था ,पर आवश्यकता की जगह आपने उपयोगिता का ख्याल रखा ......इसी को तो कहते हैं विवेक ,और वह सबके सामने है आपने पोस्ट लिखकर भेज डाली .
    नए मोबाइल की शुभकामनायें .....!

    जवाब देंहटाएं
  14. फ़ोन से पोस्ट... चकाचक हो गयाजी ये तो. बड़ा हसीन दुःख निकला आपका :) बधाई ले लीजिये.

    जवाब देंहटाएं
  15. वाह! यह भी खूब रही, चलिए जो भी होता है अछे के लिए ही होता है. नए फोन और उससे लिखे लेख की बहुत-बहुत बधाइयाँ!

    जवाब देंहटाएं
  16. बधाई हो
    नए मोबाइल और उससे लिखे लेख की...

    जवाब देंहटाएं
  17. अपनी तो जली और सिकी भी बढिया . लेकिन जली बहुत खली

    जवाब देंहटाएं
  18. मेरे ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद .
    आपकी प्रत्येक टिप्पणी मेरा मार्गदर्शन करती है ,
    और आपका हरेक शब्द मुझमे उत्साह भरता है .

    जवाब देंहटाएं
  19. चलिए बधाई तुरंत स्वीकार करें !
    और हाँ प्रवीण पाण्डेय जी को भी बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  20. bade hi bahadur aur dhairywan ho bhaiya jo mobile se itni lambi post likh maare, sikhna padega aapse. new mobile ki party dene ke samay yad kar lena... ;)

    जवाब देंहटाएं
  21. हाँ कहाँ काम चलता है आजकल इन कम्युनिकेशन के साधनों के बिना..... नए फोन की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  22. मोबाइल से पोस्ट… उफ़ बड़ा दुष्कर कार्य कर लेते हैं आप… मुझसे तो SMS करते भी नहीं बनता… :)
    नये तोते की बधाई हो… :)

    जवाब देंहटाएं
  23. Badhaayee ho mobile naresh..
    mobile se article likhna bada kathin karya hai..
    waise mai bhi mobile par bahut fast tipe kar leta hu par afsos mera mobile unicode font support nahi karta..

    जवाब देंहटाएं

मित्रगण