शनिवार, मई 15, 2010

बचपन करे कठिन मजदूरी

बचपन करे कठिन मजदूरी

हमने करी तरक्की काफी
लेकिन अभी अधूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


नंगे पैर घूमता दिनभर
पालीथिन भी उठा उठाकर
हों न जरूरत पूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


रातों में देर तक जागता
प्लेटफार्म पर बोल भागता
"लो पेठा अंगूरी"
बचपन करे कठिन मजदूरी


रोज चाय के गिलास धोता
पिटने पर भी कभी न रोता
पिटाई लगने लगी जरूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


पीने में बस पानी पीता
रूखी-सूखी खाकर जीता
रोटियां भी न मिलें तंदूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


चाचा नेहरू ? नहीं जानता
बाल-दिवस को नहीं मानता
न जाने शिमला, मंसूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


पता नहीं कब बडा हो गया
मिला न उसको कभी कुछ नया
कुछ न कुछ सदा रही मजबूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी


हमने करी तरक्की काफी
लेकिन अभी अधूरी
बचपन करे कठिन मजदूरी

मित्रगण