गुरुवार, अगस्त 28, 2008

नशा छोड़ो

नशा नाश कारण बना , करो नशे का नाश ।
एक बार चूके अगर, समझो आत्म-विनाश ॥
समझो आत्म-विनाश , नशे का पीछा छोड़ो ।
भाँग , शराब और गुटखे से , नाता तोड़ो ॥
हुक्का , बीड़ी , तम्बाकू को दूर भगाओ ।
जागो ख़ुद भी और सभी को आप जगाओ ॥

4 टिप्‍पणियां:

मित्रगण